1856 - 1928 | तिरुवनंतपुरम, केरला
समादृत मलयाली संत-कवि, दार्शनिक और समाज-सुधारक। सामाजिक-राजनीतिक आंदोलनों में योगदान।
समादृत मलयाली संत-कवि, दार्शनिक और समाज-सुधारक। सामाजिक-राजनीतिक आंदोलनों में योगदान।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
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