रमानाथ अवस्थी का परिचय
रमानाथ अवस्थी का जन्म 1926 में फतेहपुर, उत्तरप्रदेश में हुआ था। वह आकाशवाणी से बतौर प्रोडयूसर लंबे समय तक जुड़े रहे थे और एक गीतकार के रूप में विशिष्ट पहचान रखते थे। उन्हें कविता-मंच पर ‘गीत ऋषि’ कहकर आवाज़ लगाई जाती थी और लोकप्रियता में गोपालदास नीरज से टक्कर लेते थे। ‘पराग’, ‘सारिका’ और ‘दिनमान’ जैसी पत्रिकाओं के प्रसिद्ध संपादक कन्हैयालाल नंदन ने पूर आत्मीयता से उनके लिए कहा था कि उनका मानसिक रचाव ऐसे हुआ है जैसे ‘‘पाँच ग्राम निराला, सात ग्राम बाबा तुलसीदास, दो ग्राम कबीर और डेढ़ ग्राम रविदास के साथ आधा ग्राम 'ठाकुरजी' को ख़ूब बारीक कपड़े से कपड़छान कर आधा पाव इलाचंद्र जोशी में मिलाया जाए तथा इस सबको अंदाज़ से बच्चन जी में घोलकर ख़ूब पकाया जाए।’’
उन्होंने कविता, दोहा और गीत विधा में रचनाएँ की। ‘सुमन-सौरभ’, ‘आग और पराग’, ‘राख और शहनाई’ तथा ‘बंद न करना द्वार’ उनकी प्रमुख काव्य-कृतियाँ हैं।
29 जून 2002 को उनका निधन हो गया।