मोनिका कुमार का परिचय
मोनिका कुमार का जन्म 11 सितंबर 1977 को नकोदर, जालंधर में हुआ। अँग्रेज़ी साहित्य में उच्च शिक्षा के साथ प्राध्यापन से संलग्न हैं।
2012 में वेब माध्यम पर पहले-पहल प्रकाशित कविताओं के साथ ही नई पीढ़ी में उनकी मज़बूत आवक दर्ज की गई। काव्यानुशीलन में व्यापक परिवर्तन की माँग वाले एक कविता-समय में उनकी कविताओं के अनुशासन और संगीतात्मक सौंदर्य को मौजूदा हिंदी कविता में कुछ भिन्न रूप में परखा गया। उनके काव्य-स्वर को बहुत ध्यान, अभ्यास और अध्यवसाय से बुना गया काव्य-स्वर माना गया जिसमें निहित प्रस्तुति से पूर्व के पूर्वाभ्यास को चिह्नित करते हुए उन्हें हिंदी युवा कविता का सबसे परिपक्व और सबसे संयत स्वर बताया गया।
उनकी कविताएँ विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं और एक-स्वर में सराही गई हैं। उनका पहला काव्य-संग्रह ‘आश्चर्यवत’ 2018 में प्रकाशित हुआ। उनकी कविताओं के अँग्रेज़ी अनुवाद प्रतिष्ठित ‘मॉडर्न पोएट्री इन ट्रांसलेशन’ पत्रिका में प्रकाशित हुई हैं।
मोनिका कुमार को उनकी सुचिंतित विमर्शपरक टिप्पणियों, कवियों-लेखकों पर एकाग्र आत्मीय लेखों और कविताओं के हिंदी अनुवाद के लिए भी जाना जाता है। वह पंजाबी और हिंदी के बीच एक नया पुल बाँधने के जतन भी कर रही हैं।