कन्हैयालाल कपूर
कृष्णचंद्र उन भाग्यशाली आदमियों में से है, जिनसे पहली बार मिल कर न ख़ुशी होती है न अफ़सोस, बल्कि जिनसे मिलने के बाद महसूस करते हैं, अच्छा ही हुआ, इनसे मुलाक़ात हो गर्इ। लेकिन शायद बेहतर होता अगर न होती! पहली मुलाक़ात− नहीं, हर मुलाक़ात में वह दूसरों पर