Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

ग़ुलाम अहमद 'महजूर'

1885 - 1952 | पुलवामा, जम्मू कश्मीर

समादृत कश्मीरी कवि। कश्मीरी भाषा के विकास में योगदान के लिए उल्लेखनीय।

समादृत कश्मीरी कवि। कश्मीरी भाषा के विकास में योगदान के लिए उल्लेखनीय।

Recitation