भूखे मनुष्य को न खिलाने का फ़ैसला
bhukhe manushya ko na khilane ka faisla
देवी प्रसाद मिश्र
Devi Prasad Mishra
भूखे मनुष्य को न खिलाने का फ़ैसला
bhukhe manushya ko na khilane ka faisla
Devi Prasad Mishra
देवी प्रसाद मिश्र
और अधिकदेवी प्रसाद मिश्र
गोरक्षा ग्रास समिति की गाड़ी गायों का खाना लेकर गायों का इंतज़ार कर रही थी। गायें आस-पास नहीं दिख रही थीं।
वे आस-पास से दूर गू वग़ैरह की तलाश में घूम रही थीं
लोक अलबत्ता गोरक्षा समिति की गाड़ी को घेर कर खड़े हो गए।
वे शरमाए हुए थे कि वे भूखे थे और मनुष्य थे और यह संदेश देने की कोशिश कर रहे थे कि जो खाना गाय को खिलाने के लिए
लाया गया था वो उन्हें ही खिला दिया जाए लेकिन गाड़ी में बैठे
कार्याधिकारियों ने कहा कि गायों का खाना
मनुष्यों को नहीं दिया
जा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि फ़िलहाल मनुष्य रक्षा ग्रास समिति गठित नहीं की गई है और
भूखी गायों का खाना भूखे मनुष्य को खिला देने का फ़ैसला
हिंदुत्व की कैबिनेट की मीटिंग में नहीं लिया गया है।
- रचनाकार : देवी प्रसाद मिश्र
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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