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स्त्री का आदिम इतिहास

stri ka aadim itihas

मधु सिंह

मधु सिंह

स्त्री का आदिम इतिहास

मधु सिंह

और अधिकमधु सिंह

    इन दिनों

    कुछ अजीब स्थिति है मेरी

    जीवन की कड़ी परीक्षा की तैयारी

    अब मैं करती हूँ

    स्टडी रूम में नहीं

    बल्कि रसोईघर में

    हिंदी साहित्य का इतिहास लेकर

    घुसती हूँ मैं किचन में

    सबसे पहले गैस जला

    चढ़ाती हूँ कढ़ाई में

    आदिकाल को

    फिर भक्तिकाल को

    धीरे-धीरे पकाते हुए

    मैं पहुँच जाती हूँ

    सुंगधित रीतिकाल में

    और

    मसालों को भाँजते-भाँजते

    तैयार हो जाता है

    पूरा आधुनिक काल

    फिर चारों को

    डाइनिंग टेबल पर सजाकर

    परोसती हूँ सबके सामने

    साहित्य का पाकशास्त्र

    जिसे चखकर सब करते हैं बहस

    मसलन आलोचना की चीरफाड़

    और

    मैं घिर जाती हूँ

    कहानी कविता उपन्यास

    निबंध संस्मरणों और आत्मकथाओं के जाल में

    और इस तरह

    मेरे जीवन की इतिहास गाथा में

    रोज जुड़ने लगते हैं

    ऐसे नए अनुभव

    और तैयार हो जाता है

    मेरे जीवन के साहित्य का सबसे आदिम इतिहास

    स्रोत :
    • रचनाकार : मधु सिंह
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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