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यह सुनने का एक तरीक़ा हुआ

ye sunne ka ek tariqa hua

अनुवाद : देवेश पथ सारिया

एसा ड्रेक

एसा ड्रेक

यह सुनने का एक तरीक़ा हुआ

एसा ड्रेक

 

मैंने पैसे के पेड़ से काटी कुछ डालियाँ
निश्चित तौर पर बदक़िस्मत रही
एक सियार का सिर—
किसी भी देह से संपृक्त हो
मृत्यु का ही प्रतीक है।

पर फिर अच्छी ख़बरें हैं,
सूचनाएँ हैं,
स्टोर से ख़रीददारी के लिए मिला क्रेडिट है।
तब भी, सियार का सिर,
मेरी रसोई में प्रवेश कर जाएगा
यदि मैं घूमती रही बेपरवाह।

आज मैं अपने प्रेतों को नहीं पहचान पाती।

अब इस वाली को ही लें
इसके पास 80 के दशक की विंडब्रेकर (जैकेट) है
और छोटे घुँघराले बाल,
और मेरी माँ पूछती है
क्या मैं कह सकती हूँ निश्चयपूर्वक
कि यह एक श्वेत स्त्री है अथवा श्वेत वस्त्र पहनी स्त्री।

मेरी शादी की तस्वीरों को देखती
वह एक सफ़ेद औरत है
मैं अपनी माँ को बताती हूँ।

पर वह महसूस कैसी होती है
माँ ज़ोर देकर पूछती है।

मैं नहीं जानती हर उस औरत को
जिसने मुझे बनाया।

            
स्रोत :
  • रचनाकार : एसा ड्रेक
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए अनुवादक द्वारा चयनित

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