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रोए क़ाबिल हाथ

roe qabil hath

संजय चतुर्वेदी

संजय चतुर्वेदी

रोए क़ाबिल हाथ

संजय चतुर्वेदी

और अधिकसंजय चतुर्वेदी

    साधो न्याय जबर का खेल

    सभी सफल हैं सभी विजेता बाक़ी सारे फ़ेल

    उसने उनको फ़ोन कर दिया उसने उनको चिट्ठी

    लिख दी भैया बंद हो गई सबकी सिट्टी पिट्टी

    रोए क़ाबिल हाथ क़ौम की मुरझा गई गुलेल

    काले धन के मकड़जाल में सारी सत्ता आई

    न्यायभवन में पोल वकीलों की गुणवत्ता लाई

    संविधान के घटाटोप में दंड रहे हैं पेल

    बाबा निर्धन भिक्षु रहे सो बाप भए चपरासी

    ना खेती ना आरच्छन फिर कुल भी सत्यानासी

    टीकाराम मिसिर की खातिर देस हो गया जेल

    सदियों से जो शोषक थे वे ही शोषित बन बैठे

    पिछड़ेपन की लूट मची सारे घोषित बन बैठे

    अपराधों के नंगनाच में बुद्धि हुई बेमेल

    बेहिसाब दीनार कहीं डॉलर की खड़ी क़तारें

    प्रगतिशीलता सिद्ध जरायमपेशा लोग बघारें

    इसी हुनर में इंक़लाब की लगी हुई थी सेल

    स्रोत :
    • रचनाकार : संजय चतुर्वेदी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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