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रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

rikt sthanon ki purti karo

देवयानी भारद्वाज

देवयानी भारद्वाज

रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

देवयानी भारद्वाज

बचपन से सिखाया गया हमें

रिक्त स्थानों की पूर्ति करना

भाषा में या गणित में

विज्ञान और समाज-विज्ञान में

हर विषय में सिखाया गया

रिक्त स्थानों की पूर्ति करना

हर सबक के अंत में सिखाया गया यह

यहाँ तक कि बाद के सालों में इतिहास और अर्थशास्त्र के पाठ भी

अछूते नहीं रहे इस अभ्यास से

घर में भी सिखाया गया बार-बार यही सबक़

भाई जब जाए लेने सौदा तो

रिक्त स्थान की पूर्ति करो

बाज़ार जाओ

सौदा लाओ

कामवाली बाई आए

तो झाड़ू लगा कर करो रिक्त स्थान की पूर्ति

माँ को यदि जाना पड़े बाहर गाँव

तो सँभालो घर

खाना बनाओ

कोशिश करो कि कर सको माँ के रिक्त स्थान की पूर्ति

यथासंभव

हालाँकि भरा नहीं जा सकता माँ का ख़ाली स्थान

किसी भी कारोबार से

कितनी ही लगन और मेहनत के बाद भी

कोई-सा भी रिक्त स्थान कहाँ भरा जा सकता है

किसी अन्य के द्वारा

और स्वयं आप

जो हमेशा करते रहते हों

रिक्त स्थानों की पूर्ति

आपका अपना क्या बन पाता है

कहीं भी

कोई स्थान

नौकरी के लिए निकलो

तो करनी होती है आपको

किसी अन्य के रिक्त स्थान की पूर्ति

यह दुनिया एक बड़ा-सा रिक्त स्थान है

जिसमें आप करते हैं मनुष्य होने के रिक्त स्थान की पूर्ति

और हर बार कुछ कमतर ही पाते हैं स्वयं को

एक मनुष्य के रूप में

किसी भी रिक्त स्थान के लिए।

स्रोत :
  • रचनाकार : देवयानी भारद्वाज
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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