Font by Mehr Nastaliq Web

कितनी प्यारी है ये दुनिया

kitni pyari hai ye duniya

जयंती मनोकरन

जयंती मनोकरन

कितनी प्यारी है ये दुनिया

जयंती मनोकरन

और अधिकजयंती मनोकरन

    नोट

    प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा एक के पाठ्यक्रम में शामिल है।

    मुझे हवा प्यारी लगती है...

    और सूरज और बारिश भी।

    मुझे धरती प्यारी लगती है...

    और समुद्र और आसमान भी।

    मुझे चिड़िया प्यारी लगती हैं...

    और जानवर और मछलियाँ भी।

    मुझे फूल प्यारे लगते हैं...

    और फल भी।

    मुझे अपनी किताबें अच्छी लगती हैं...

    और अपने कपड़े, अपने खिलौने भी।

    मुझे माँ और बापू प्यारे लगते हैं...

    और अपने भाई और बहन भी।

    मुझे सारी दुनिया प्यारी लगती है।

    वीडियो
    This video is playing from YouTube

    Videos
    This video is playing from YouTube

    जयंती मनोकरन

    जयंती मनोकरन

    स्रोत :
    • पुस्तक : सारंगी (पृष्ठ 98)
    • रचनाकार : जयंती मनोकरन
    • प्रकाशन : एनसीईआरटी
    • संस्करण : 2022
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

    पास यहाँ से प्राप्त कीजिए