मैं देखता हूँ
main dekhta hoon
मैं देखता हूँ
ऑफ़िस के सहकर्मी पुरुषों को
देखता हूँ
उनकी आँखे
टिकी हैं
महिला सहकर्मियों के
स्तनों पर
कूल्हों पर
देखता हूँ
महिला सहकर्मियों को
पाता हूँ उनकी आँखें
टिकी हैं
कपड़ों
आकारों
शृंगारों पर
देखता हूँ
ऑफ़िस के सहकर्मियों को
सुनता हूँ
उनकी बातें
पाता हूँ
मज़ाक़ उड़ाते
थर्ड जेंडर का
राजू और परविंदर का
मैं देखता हूँ
ऑफ़िस के सहकर्मियों को
सुनता हूँ
उनकी बातें
उजले तन को सराहते
काले तन को कोसते
मैं पाता हूँ ऑफ़िस में
ख़ुद को
अकेला
मूक
समर्थक
हँसता हूँ ख़ुद पर
रोता हूँ उन पर
- रचनाकार : अनुभव
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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