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काश मैं तुम्हारे साथ रहती

kaash main tumhare saath rahti

मारीना त्स्वेतायेवा

मारीना त्स्वेतायेवा

काश मैं तुम्हारे साथ रहती

मारीना त्स्वेतायेवा

और अधिकमारीना त्स्वेतायेवा

    ...काश मैं तुम्हारे साथ रहती

    एक छोटे से क़स्बे में

    जहाँ होती गोधूलि में डूबी शामें

    और गूँजती शाश्वत घंटियों की टन-टन।

    और एक छोटी-सी गँवई सराय में

    ऊँची आवाज़ से गूँजते घंटे

    किसी पुरानी घड़ी के, समय की बूँदों की तरह टप-टप।

    और कभी किसी शाम किसी दुमंज़ले पर

    बज उठती बाँसुरी

    और वादक स्वयं बैठा होता खिड़की में

    और खिड़की के छज्जे से झाँकते बड़े-बड़े ट्यूलिप

    और शायद तब भी तुम मेरे प्यार में बँधे नहीं होते...

    कमरे के बीचोंबीच एक बड़ी अँगीठी होती,

    जिसके हर पत्थर पर एक डिज़ाइन बना होता

    एक गुलाब, एक दिल, एक जहाज़।

    और एकमात्र खिड़की से झाँकती

    बर्फ़, बर्फ़, बर्फ़।

    तुम उसी मुद्रा में लेटे हुए होते जिसे मैं प्यार करती हूँ : अलसाए,

    खोए-खोए और लापरवाह,

    और बस कभी-कभी गूँज जाती तीखी

    माचिस की रगड़।

    सिगरेट जलती और छोटी होती जाती।

    और काफ़ी देर बाद उसके सिरे पर काँपती

    राख—छोटा-सा मटमैला स्तंभ।

    तुम इतने आलसी हो कि उसको झाड़ते भी नहीं—

    और सारी सिगरेट उछालकर फेंक देते आग में।

    स्रोत :
    • पुस्तक : आधुनिक रूसी कविताएँ-1 (पृष्ठ 74)
    • संपादक : नामवर सिंह
    • रचनाकार : मारीना त्स्वेतायेवा
    • प्रकाशन : राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
    • संस्करण : 1978
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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