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हाथी छोटे-से

hathi chhote se

मर्गारीता अलिगेर

मर्गारीता अलिगेर

हाथी छोटे-से

मर्गारीता अलिगेर

और अधिकमर्गारीता अलिगेर

    हाथी छोटे-से

    शीतकाल में तुम आए थे भेंट रूप में

    नहीं किसी मन-मौजी श्रद्धालु के द्वारा

    वरन् एक सच्चा सुमित्र तुमको लाया था

    इतना सच्चा

    कोई हो सकता है जितना

    कलकत्ते के धूल-भरे स्टोर पुराने के भीतर

    शीश हिला कर तुमने अपना

    दृष्टि घूमती उसकी अपनी ओर खींच ली

    ...इसके बाद उड़े दिन ऐसे जैसे घंटे

    घंटे उड़े मिनट हों जैसे

    फिर तुम दोनों चाँदी की चिड़िया पर बैठे

    जेट-शक्ति से जो उड़ती थी

    और मस्क्वा के मेरे घर में पहुँचे

    जो चंदन से और दूसरी दुनिया की

    भीनी सुगंध से महक उठा

    चंदन की

    ख़ुशबू से ख़ुश हो

    इन प्राणों ने गाने गाए

    धन्यवाद देती तुमको हाथी छोटे-से

    सहसा समीप भारत को मेरे ले आए।

    स्रोत :
    • पुस्तक : एक सौ एक सोवियत कविताएँ (पृष्ठ 212)
    • रचनाकार : मर्गारीता अलिगेर
    • प्रकाशन : नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली
    • संस्करण : 1975
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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