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हेलेन

helen

दिनेश कुशवाह

और अधिकदिनेश कुशवाह

    हँसना कोई हँसी-ठट्ठा नहीं है

    क्या आप बता सकते हैं

    अपनी ज़िंदगी में कितनी बार

    हँसे होंगे ईसा मसीह?

    ठट्ठा नहीं है थिरकना भी

    या तो बलइया लेती है

    या विद्रोह करती है देह की

    एक-एक बोटी।

    मैंने उसे कभी खड़े

    या लेटे हुए नहीं देखा

    समुद्र का एक उत्ताल नर्तन

    आता था लहराते हुए

    और लौट जाता था

    सामने किनारों तक छूकर

    अपनी अथाह दुनिया में।

    चमकते श्रमबिंदु याद दिलाते थे

    कि अभी-अभी

    पर्वत-जंगल-मैदान लाँघती

    इधर से दौड़ती हुई गई है लकड़हारे की बेटी

    या किसी वनवासी ने चंदन घिसकर

    बिंदियों से सज़ा दिए हैं

    अपनी प्रिया के कपोल

    और उसे पहनाने के लिए

    लेने गया है वन देवता से एक चितकबरी खाल।

    मैंने उसके हाथ में कभी पानी नहीं देखा

    कोई खाने की चीज़

    जब भी देखी तो शराब

    मन हुआ कई बार

    जैसे कोठे पर

    मिली लड़की से पूछने को होता है

    क्या है तुम्हारा असली नाम?

    उसने दु:खी होकर कहा

    झूमते हाथी, दौड़ते ख़रगोश

    नाचते मोर से तुम नहीं पूछते

    उसका असली नाम?

    तुम्हारी पंचकन्याओं मे

    कैसे आएँगी इजाडोरा डंकन

    प्यारी मग्दालीना?

    दुनिया के सारे कलावंत बेटों को

    मैंने ही नहीं बनाया शराबख़ोर!

    झूठों से कहा

    कि खोल लो शराब के कारख़ाने!

    मैंने नहीं बिछाई

    सूली ऊपर पिया की सेज!

    बारूद से जली

    गुलाब की पत्तियों का हाहाकार

    मैंने नहीं चुराया।

    स्रोत :
    • पुस्तक : इसी काया में मोक्ष (पृष्ठ 86)
    • रचनाकार : दिनेश कुशवाह
    • प्रकाशन : राजकमल प्रकाशन
    • संस्करण : 2013
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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