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अकाल

akal

केशव तिवारी

और अधिककेशव तिवारी

     

    सूखा

    सूखा खदेड़ रहा है परदेश
    और वहाँ से भी खदेड़े जा रहे हैं वापस
    कहीं कोई जगह है जहाँ पल भर को
    ठहर कर ये साँस साध सकें
    ये वतन की याद में वापस नहीं
    लौट रहे हैं
    धकेल कर वापस भेजे गए हैं
    जैसे सूखी धरती पर
    बगोड़ दिए जाते हैं अन्ना1 ढोर

     

    एक हठ यहाँ भी है

    जेठ का मध्य है यह
    अपने चारों ओर बह रही
    आग के बीच 
    किसी हठयोगी-सा बैठा
    पंचाग्नि ताप रहा है
    यह टुनटुनिया पहाड़
    आज कुछ समय से पहले ही
    लौट रही हैं
    दुरेडी गाँव की औरतें
    छँहा रही है नीम के नीचे
    शहर से कंडा, लकड़ी, सब्ज़ी
    बेचकर लौटी हैं ये
    एक हठ यहाँ भी है जो
    पहाड़-सा स्थिर नहीं है
    ये पैरों से चलता है
    और बोलता है आँखों से
    फिर से आशंका में डूबा असाढ़ है
    इनकी कठेठ पड़ गई छाती में भी कहीं न कहीं धुकधुका रहा है
    एक भय।

    मेरा और कविता का दुख

    इधर काफ़ी दिनों से
    यात्रा पर रहा मैं
    और जगह-जगह ख़ूब भटका
    जैसे पड़ोसी को बच्चा तका
    ईंधन बटोरने को गाँवों में
    चली जाती हैं माएँ
    मैं भी कुछ दिनों के लिए
    अपने खेतों को तका गया था
    अपनी कविता
    अब लौटा हूँ तो मेरे खेतों की
    उदासी फैली पड़ी है इसमें
    उनकी मिट्टी से सना है इसका चेहरा
    कुछ दिन के लिए ही
    कितना अलग-अलग रहा
    मेरा और मेरी कविता का दुःख

    दिल्ली का ठाठ

    न दाना न पानी
    ठेघत चलै जवानी
    अट्ठारह सौ सत्तावन से
    दो हज़ार आठ
    हमारी थूनी पर
    दिल्ली का ठाठ

    डाका

    कोई लटक गया फाँसी
    किसी ने छोड़ दिया देश
    हालात बग़ल में पड़े डाके से हैं
    जहाँ घरों से ही आ गए... आ गए...
    चिल्ला रहे हैं सब लोग

    कहीं खोजता होगा क्या

     

    शहनाई यहाँ अब सपनों में भी नहीं बजती है
    स्वप्न में भी लड़कियों को नहीं दिखते हैं
    पीले हाथ
    शहनाई सारंगी सब खूँटियों पर टाँग
    कलाकार क्रेशर पर गिट्टिया तोड़ रहे हैं
    गिट्टी तोड़ता एक सारंगी कलाकार
    क्या यहाँ भी सारंगी के सुरों को कहीं खोजता होगा?

    ऋतु पर्व

    घोर दुर्भिक्ष मे परती पड़े
    खेतों के बग़ल चू रहा है महुवा
    अकाल की आँत में
    चैत का ऋतु पर्व है यह

    स्रोत :
    • रचनाकार : केशव तिवारी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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