अक़्ल बड़ी है या फिर भालू दानिश वाले ग़ौर करें
aql baDi hai ya phir bhalu danish wale ghaur karen
संजय चतुर्वेदी
Sanjay Chaturvedi
अक़्ल बड़ी है या फिर भालू दानिश वाले ग़ौर करें
aql baDi hai ya phir bhalu danish wale ghaur karen
Sanjay Chaturvedi
संजय चतुर्वेदी
और अधिकसंजय चतुर्वेदी
अक़्ल बड़ी है या फिर भालू दानिश वाले ग़ौर करें
शाख़ पे बैठा है क्यों उल्लू दानिश वाले ग़ौर करें
जिसका जुर्म उसी का थाना वही पार्टी सत्ता में
दाँव उसी में है क्यों चालू दानिश वाले ग़ौर करें
पढ़े-लिखे खाते-पीते मोटे-ताज़े लड़की-लड़के
बदबू को कहते हैं ख़ुशबू दानिश वाले ग़ौर करें
ग़ुंडो की अज़मत के आगे इंक़लाब छुटभैया है
किस उसूल का है ये पहलू दानिश वाले ग़ौर करें
जिसके पास मिले चिकनाई वही पार्टी अच्छी है
लेनिन से ऊँचा है लालू दानिश वाले ग़ौर करें
- रचनाकार : संजय चतुर्वेदी
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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