कलि का बामण मसखरा
kali ka baman masakhra
कलि का बामण मसखरा, ताहि न दीजै दान।
सौ कुटुंब नरकै चला, साथि लिए जजमान॥
कलियुग का ब्राह्मण दिल्लगी-बाज़ है (हँसी मज़ाक करने वाला) उसे दान मत दो। वह अपने यजमान और सैकड़ों कुटुंबियों के साथ नरक जाता है।
- पुस्तक : कबीर ग्रंथावली (पृष्ठ 210)
- प्रकाशन : लोकभारती प्रकाशन
- संस्करण : 2013
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