राहू गव चंदा के द्वारें
raahuu gav cha.nda ke dvaare.n
ओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
Om Prakash Saxena 'prakash'
राहू गव चंदा के द्वारें
raahuu gav cha.nda ke dvaare.n
Om Prakash Saxena 'prakash'
ओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
और अधिकओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
राहू गव चंदा के द्वारें, रूप तिलइ कौ धारें।
कै तों भौंरा बैठो रै गव, रस पी प्रान निकारें।
कजरा आँजत मों पै लग गव, कर तइ उतइँ गुजारें।
कें ‘प्रकाश’ नागिनयों लटनें, गालइ पें फुसकारें॥
- पुस्तक : बुंदेलखंड की फागें (पृष्ठ 88)
- संपादक : अयोध्या प्रसाद गुप्त 'कुमुद'
- रचनाकार : ओम प्रकाश सक्सेना ‘प्रकाश’
- प्रकाशन : उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी
- संस्करण : 2000
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