Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

मुनि नथमल

1920 - 2010 | झुंझुनू, राजस्थान

जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के दसवें संत। योगी-दार्शनिक-लेखक-वक्ता और कवि के रूप में योगदान।

जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के दसवें संत। योगी-दार्शनिक-लेखक-वक्ता और कवि के रूप में योगदान।

मुनि नथमल की संपूर्ण रचनाएँ

उद्धरण 4

अनुरक्ति की आँख से गुण दिखता है। विरक्ति की आँख से दोष दिखता है। मध्यस्थता की आँख से गुण और दोष दोनों दिखते हैं।

  • शेयर

अहिंसा कायरता के आवरण में पलने वाला क्लैब्य नहीं है। वह प्राण-विसर्जन की तैयारी में सतत जागरूक पौरुष है।

  • शेयर

धर्म सत्य है। सत्य देश और काल से अबाधित होता है। देश बदल जाने पर धर्म नहीं बदलता। काल बदल जाने पर धर्म नहीं बदलता।

  • शेयर

घड़ी काल नहीं है। वह काल की गति का सूचक यंत्र कभी शीघ्र चलने लगता है और कभी मंद। यह गतिभेद इस सत्य की सूचना देता है कि काल और घड़ी एक नहीं है। धर्म और धर्म-संस्थान भी एक नहीं हैं।

  • शेयर

पुस्तकें 5

 

"राजस्थान" के और लेखक

 

Recitation