भारतीय भाषाओं से हिंदी में अनूदित रचनाकारों की सूची
भारत की बहुभाषी साहित्यिक परंपरा में हिंदी अनुवाद एक ऐसा सेतु है, जो अलग-अलग भाषाओं के रचनाकारों के विचारों और संवेदनाओं को हिंदी में संप्रेषित करता है। ये अनूदित रचनाएँ न केवल साहित्यिक विविधता को उजागर करती हैं, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता को भी प्रकट करती हैं। अनुरचना के रूप में प्रस्तुत यह थाती वृहत हिंदी संसार को समृद्ध करती है।
तमिल के महत्त्वपूर्ण कवियों की श्रेष्ठ और लोकप्रिय कविताओं से एक चयन।
एन. सुकुमारन
तमिल के सुपरिचित कवि-लेखक और अनुवादक। मलयालम कविताओं के तमिल अनुवाद में योगदान।
कोत्तमंगलम सुब्बु
सुप्रसिद्ध तमिल कवि-गीतकार, लेखक और फ़िल्म निर्देशक। पद्म श्री से सम्मानित।
समादृत और अत्यंत लोकप्रिय प्राचीन तमिल संत कवि और दार्शनिक। संगम साहित्य में योगदान।
पेरियस्वामी तूरन
सुपरिचित तमिल कवि और कर्णाटक संगीत से संबद्ध संगीतकार। तमिल भाषा का पहला विश्वकोश तैयार करने के लिए उल्लेखनीय।
भारतीदासन
समादृत तमिल कवि-लेखक और कार्यकर्ता। नाट्य-कृति के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
वी. रामलिंगम पिल्लै
'नमक्कल कविग्नर' के रूप में समादृत तमिल कवि और स्वतंत्रता-सेनानी। पद्म भूषण से सम्मानित।
सुब्रह्मण्य भारती
तमिल भाषा के समादृत कवि-लेखक-पत्रकार। स्वतंत्रता-सेनानी और समाज-सुधारक के रूप में भी योगदान।
तमिल भाषा के सुप्रसिद्ध कवि, समालोचक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।