भारतीय भाषाओं से हिंदी में अनूदित रचनाकारों की सूची
भारत की बहुभाषी साहित्यिक परंपरा में हिंदी अनुवाद एक ऐसा सेतु है, जो अलग-अलग भाषाओं के रचनाकारों के विचारों और संवेदनाओं को हिंदी में संप्रेषित करता है। ये अनूदित रचनाएँ न केवल साहित्यिक विविधता को उजागर करती हैं, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता को भी प्रकट करती हैं। अनुरचना के रूप में प्रस्तुत यह थाती वृहत हिंदी संसार को समृद्ध करती है।
बांग्ला के महत्त्वपूर्ण कवियों की श्रेष्ठ और लोकप्रिय कविताओं से एक चयन।
बांग्ला की सुपरिचित कवयित्री और निबंधकार। पर्यावरण, विस्थापित-पुनर्वास और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय।
आनंद बागची
बांग्ला के सुपरिचित कवि-लेखक और उपन्यासकार। ‘कृत्तिबास’ पत्रिका से संबद्धता और ‘भूखी पीढ़ी’ के समर्थन के लिए उल्लेखनीय।
क़ाज़ी नज़रुल इस्लाम
'विद्रोही कवि' के रूप में समादृत बांग्ला कवि-लेखक और संगीतकार। बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि।
जीवनानंद दास
बांग्ला के समादृत और लोकप्रिय कवि-उपन्यासकार-निबंधकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
तसलीमा नसरीन
चर्चित और निर्वासित कवयित्री, उपन्यासकार, निबंधकार। नारीवादी और इस्लामी कट्टरता विरोधी विचारों के लिए उल्लेखनीय।
नरेंद्र चक्रवर्ती
समादृत बांग्ला कवि-लेखक-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
नवारुण भट्टाचार्य
बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार और कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
प्रथमनाथ बिशी
बांग्ला में कविता, कहानी, उपन्यास, प्रहसन आदि विभिन्न विधाओं में विपुल लेखन के लिए उल्लेखनीय।
प्रेमेन्द्र मित्र
समादृत बांग्ला कवि-लेखक-फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
बुद्धदेव बसु
बहुमुखी प्रतिभा संपन्न बांग्ला कवि-उपन्यासकार-नाटककार-लेखक। ‘कविता’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
बीरेंद्र चट्टोपाध्याय
समादृत और लोकप्रिय बांग्ला कवि। हस्तक्षेप और प्रतिरोध के स्वर के लिए उल्लेखनीय।
मणीन्द्र राय
बांग्ला भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि सह संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
मलय रायचौधुरी
भूखी पीढ़ी आंदोलन और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध सुप्रसिद्ध कवि-लेखक-अनुवादक।
रवींद्रनाथ टैगोर
समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।
रवींद्रनाथ टैगोर
समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।
रवींद्रनाथ टैगोर
समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।
रवींद्रनाथ टैगोर
समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।
वाणी राय
‘जुपिटर’, ‘पुनरावृत्ति’, ‘प्रेम’, ‘सप्तसागर’ आदि कृतियों के लिए ज्ञात बांग्ला कवयित्री।
श्री अरविंद
समादृत कवि-लेखक-संपादक, महर्षि-योगी-दार्शनिक और क्रांतिकारी। अँग्रेज़ी, हिंदी और बांग्ला में लेखन।
संजय भट्टाचार्य
बांग्ला कवि-समालोचक। ‘पुर्बाशा’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक।
सुधींद्रनाथ दत्त
समादृत बांग्ला कवि-निबंधकार-समालोचक। बांग्ला आधुनिकता में योगदान के लिए उल्लेखनीय।
सुनील कुमार
सुपरिचित बांग्ला कवि-समालोचक। ‘अनुक्त’ पत्रिका के संपादक के रूप में योगदान।
सुनील गंगोपाध्याय
समादृत भारतीय-बांग्ला कवि-लेखक और इतिहासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सुभाष मुखोपाध्याय
बांग्ला के समादृत कवि। 'पदातिक कवि' के रूप में लोकप्रिय। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
समीर रायचौधुरी
'भूखी पीढ़ी' और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध प्रमुख कवि-लेखक-चिंतक।
हुमायूँ कबीर
शिक्षाविद और राजनेता। बांग्ला भाषा के कवि-लेखक के रूप में भी योगदान।