Font by Mehr Nastaliq Web

भारतीय भाषाओं से हिंदी में अनूदित रचनाकारों की सूची

भारत की बहुभाषी साहित्यिक परंपरा में हिंदी अनुवाद एक ऐसा सेतु है, जो अलग-अलग भाषाओं के रचनाकारों के विचारों और संवेदनाओं को हिंदी में संप्रेषित करता है। ये अनूदित रचनाएँ न केवल साहित्यिक विविधता को उजागर करती हैं, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता को भी प्रकट करती हैं। अनुरचना के रूप में प्रस्तुत यह थाती वृहत हिंदी संसार को समृद्ध करती है।

बांग्ला के महत्त्वपूर्ण कवियों की श्रेष्ठ और लोकप्रिय कविताओं से एक चयन।

बांग्ला के सुपरिचित कवि-निबंधकार।

बांग्ला की सुपरिचित कवयित्री और निबंधकार। पर्यावरण, विस्थापित-पुनर्वास और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

बांग्ला के सुपरिचित कवि-लेखक और उपन्यासकार। ‘कृत्तिबास’ पत्रिका से संबद्धता और ‘भूखी पीढ़ी’ के समर्थन के लिए उल्लेखनीय।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

‘संचारिणी’, ‘गांडीय वैष्णवीय रसेर अलकीकोत्व’ आदि संग्रहों के लिए ज्ञात बांग्ला कवयित्री।

'विद्रोही कवि' के रूप में समादृत बांग्ला कवि-लेखक और संगीतकार। बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि।

बांग्ला के सुप्रसिद्ध कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के समादृत और लोकप्रिय कवि-उपन्यासकार-निबंधकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

चर्चित और निर्वासित कवयित्री, उपन्यासकार, निबंधकार। नारीवादी और इस्लामी कट्टरता विरोधी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

छठे दशक में सामने आईं प्रमुख बांग्ला कवयित्री।

सुपरिचित बांग्ला कवि।

समादृत बांग्ला कवि-लेखक-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार और कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला में कविता, कहानी, उपन्यास, प्रहसन आदि विभिन्न विधाओं में विपुल लेखन के लिए उल्लेखनीय।

समादृत बांग्ला कवि-लेखक-फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बहुमुखी प्रतिभा संपन्न बांग्ला कवि-उपन्यासकार-नाटककार-लेखक। ‘कविता’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

समकालीन बांग्ला कविता के आत्मविभोर और मुखर कवि। पेशे से पत्रकार।

समादृत और लोकप्रिय बांग्ला कवि। हस्तक्षेप और प्रतिरोध के स्वर के लिए उल्लेखनीय।

बांग्ला भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि सह संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

भूखी पीढ़ी आंदोलन और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध सुप्रसिद्ध कवि-लेखक-अनुवादक।

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

‘जुपिटर’, ‘पुनरावृत्ति’, ‘प्रेम’, ‘सप्तसागर’ आदि कृतियों के लिए ज्ञात बांग्ला कवयित्री।

बांग्ला के समादृत कवि-साहित्यकार और शिक्षाविद। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के समादृत कवि और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के समादृत कवि और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत कवि-लेखक-संपादक, महर्षि-योगी-दार्शनिक और क्रांतिकारी। अँग्रेज़ी, हिंदी और बांग्ला में लेखन।

असमय दिवंगत हुए प्रतिभाशाली नवोदित बांग्ला कवि।

बांग्ला कवि-समालोचक। ‘पुर्बाशा’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक।

समादृत बांग्ला कवि-निबंधकार-समालोचक। बांग्ला आधुनिकता में योगदान के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित बांग्ला कवि-समालोचक। ‘अनुक्त’ पत्रिका के संपादक के रूप में योगदान।

समादृत भारतीय-बांग्ला कवि-लेखक और इतिहासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के समादृत कवि। 'पदातिक कवि' के रूप में लोकप्रिय। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

'भूखी पीढ़ी' और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध प्रमुख कवि-लेखक-चिंतक।

शिक्षाविद और राजनेता। बांग्ला भाषा के कवि-लेखक के रूप में भी योगदान।

बांग्ला कवि-निबंधकार-समालोचक।

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए