प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा दूसरी के पाठ्यक्रम में शामिल है।
इस तालाब का नाम छोटा है। यहाँ तुम्हें कई लोग दिखेंगे—केंचुए, साँप, केकड़े, मेंढक, कनखजूरे, दो कछुए और उनके साथ बच्चे...।
मछलियाँ पता नहीं कितनी होगी! मच्छर जैसे कई उड़ाकू तुम्हें वहाँ मिलेंगे। तितलियाँ, गिलहरियाँ, चीटियाँ। कभी-कभी छिपकलियाँ और गिरगिट भी इधर चले आते हैं।
तालाब के किनारे एक पेड़ है। इस पर मकड़ियों के जाले हैं और चिड़ियाँ! उनका तो पूछो ही मत—कौए, मैना, तोते, किंगफ़िशर, फ़ाख़्ता...।
आजकल सर्दियों के दिन हैं। मैं रोज़ इस तालाब को देखने आती हूँ। यहाँ इन दिनों सारस आए हुए हैं। छोटे तालाब पर ख़ूब चहल-पहल है। थोड़े दिनों बाद सारस चले जाएँगे। तब तालाब को इन सबकी कितनी याद आएगी!
is talab ka naam chhota hai. yahan tumhein kai log dikhenge—kenchue, saanp, kekDe, menDhak, kanakhjure, do kachhue aur unke saath bachche. . . .
talab ke kinare ek peD hai. is par makaDiyon ke jale hain. aur chiDiyan! unka to puchho hi mat—kaue, maina, tote, kingafishar, fakhta. . . .
ajkal sardiyon ke din hain. main roz is talab ko dekhne aati hoon. yahan in dinon saras aaye hue hain. chhote talab par khoob chahl pahal hai. thoDe dinon baad saras chale jayenge. tab talab ko in sabki kitni yaad ayegi!
is talab ka naam chhota hai. yahan tumhein kai log dikhenge—kenchue, saanp, kekDe, menDhak, kanakhjure, do kachhue aur unke saath bachche. . . .
talab ke kinare ek peD hai. is par makaDiyon ke jale hain. aur chiDiyan! unka to puchho hi mat—kaue, maina, tote, kingafishar, fakhta. . . .
ajkal sardiyon ke din hain. main roz is talab ko dekhne aati hoon. yahan in dinon saras aaye hue hain. chhote talab par khoob chahl pahal hai. thoDe dinon baad saras chale jayenge. tab talab ko in sabki kitni yaad ayegi!
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी
‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।