स्याम के धाम में बैठि बातें करै
syaam ke dhaam me.n baiThi baatai.n karai
संत केशवदास
Sant Keshavdas
स्याम के धाम में बैठि बातें करै
syaam ke dhaam me.n baiThi baatai.n karai
Sant Keshavdas
संत केशवदास
और अधिकसंत केशवदास
स्याम के धाम में बैठि बातें करै,
हरि-जन सोई हरि-भक्त नीता।
आदि को सोधि कै मद्ध को बाँधि कै,
अंत को छेदि रन सूर जीता॥
काम अरु क्रोध को लोभ अरु मोह को,
ज्ञान के बान सों मारि लीता।
जानि जन केसवा मानि मन में रहा,
यारी सतगुरु मिला भेद दीता॥
- पुस्तक : केशवदासजी की अमीघूँट (पृष्ठ 6)
- रचनाकार : केशवदास
- प्रकाशन : बेलविडियर प्रिंटिग प्रेस, इलाहाबाद
- संस्करण : 1979
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