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भैरऊ भूत सीतला धावै

bhaira.uu bhuut siitala dhaavai

नामदेव

नामदेव

भैरऊ भूत सीतला धावै

नामदेव

और अधिकनामदेव

    भैरऊ भूत सीतला धावै।।

    खर वाहन ऊहु, छार उड़ावै।।

    हऊ तऊ एक रमईआ लेहऊ।।

    ग्रानदेव वदलावनि देहऊ।।

    सिव सिव करते जो नरु धिआवै।।

    बरद चढ़े डमरू डमकावै।।

    महामाई की पूजा करै।।

    नर सै नारि होइ उतरै।।

    तू कहिअत आदि भवानी।।

    मुकति की बरीआ कहा छपानी।।

    गुरमति राम नाम गहु मीता।।

    प्रणवै नामा इऊ कहै गीता।।

    स्रोत :
    • पुस्तक : हिंदी के जनपद संत (पृष्ठ 265)
    • रचनाकार : नामदेव
    • प्रकाशन : मोतीलाल बनारसी दास
    • संस्करण : 1963

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    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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