स्नेहमयी चौधरी का परिचय
जन्म : 09/05/1935 | उन्नाव, उत्तर प्रदेश
निधन : 29/07/2017
स्नेहमयी चौधरी का जन्म 9 मई, 1935 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले के मौरावाँ गाँव में हुआ था। उनका विवाह कालांतर के प्रसिद्ध साहित्यकार अजित कुमार से हुआ जो लोकप्रिय कवयित्री सुमित्रा कुमारी सिन्हा के पुत्र और ‘तीसरा सप्तक’ में शामिल कवयित्री कीर्ति चौधरी के बड़े भाई थे। साहित्यिक परिवार में विवाह से वह भी रचनात्मकता की ओर उन्मुख हुईं। एक समादृत कवयित्री होने के साथ ही वह दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में हिंदी भाषा और साहित्य की प्राध्यापिका भी रहीं।
उनकी कविताएँ रोज़मर्रा के जीवन-स्वर से अपनी अभिव्यक्तियाँ खँगालती प्रकट होती हैं। उनकी कविताओं में स्त्री विमर्श की आरंभिक मुखरता की भी पड़ताल की गई है जहाँ स्त्रियों की पारिवारिक-सामाजिक दशा को लेकर यदि खुला प्रतिरोध नहीं है तो लोक-लज्जा में दुःख ओढ़ लेने वाली नरमी भी नहीं है।
‘एकाकी दोनों’, ‘पूरा ग़लत पाठ’, ‘हड़कंप’, ‘अपने ख़िलाफ़’, ‘चौतरफ़ा लड़ाई’ उनके प्रमुख काव्य-संग्रह हैं।
उन्हें रचना पुरस्कार (कलकत्ता), हिंदी अकादेमी पुरस्कार (दिल्ली) आदि से सम्मानित किया गया।
अजित कुमार के निधन के कुछ ही दिनों बाद 29 जुलाई 2017 को उनका भी निधन हो गया।