निशांत जैन पेशे से प्रशासनिक अधिकारी और दिल से कवि-लेखक हैं। वह 2015 बैच के राजस्थान कैडर के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एम.फिल. और पीएच.डी. की उपाधियाँ प्राप्त की हैं। उनकी मोटिवेशनल किताब ‘रुक जाना नहीं’ युवाओं में काफ़ी लोकप्रिय है। उनकी शोधपरक पुस्तक ‘राजभाषा के रूप में हिंदी’ और बाल कविता संकलन—‘शादी बंदर मामा की’ भी प्रकाशित।