Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

नरसी मेहता

1414 - 1488 | भांवनगर, गुजरात

नरसी मेहता के उद्धरण

यदि आत्म-तत्त्व को नहीं पहचाना तो सारी साधना व्यर्थ है।

Recitation