ममता कालिया की संपूर्ण रचनाएँ
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रुचि भल्ला की एक कविता है : जो नाम लेती हूँ इलाहाबाद पत्थर का वह शहर एक शख़्स हो आता है। शहर नहीं रह जाता फिर धड़कने लगता है उसका सीना। रहती
By ममता कालिया | 17 मई 2023