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लीनों वृंदावन बसि लाह्यो

linon wrindawan basi lahyo

अलबेलीअलि

अलबेलीअलि

लीनों वृंदावन बसि लाह्यो

अलबेलीअलि

और अधिकअलबेलीअलि

    लीनों वृंदावन बसि लाह्यो।

    सेवा-टहल महल की निसि-दिन, यह जिय नेम निबाह्यो।

    अद्भुत प्रेमबिहार चारु रस, रसिकनि बिनु किनु चाह्यो।

    ‘अलबेली' अलि सफल कियो सब, जिन यह रस अवगाह्यो॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : ब्रजमाधुरी सार (पृष्ठ 214)
    • रचनाकार : अलबेलीअलि
    • प्रकाशन : हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग
    • संस्करण : 2002

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    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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