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कमल नैन मधबन पढ़ि आये

kamal nain madhban paDhi aaye

परमानंद दास

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कमल नैन मधबन पढ़ि आये

परमानंद दास

और अधिकपरमानंद दास

    कमल नैन मधबन पढ़ि आये।

    निर्गुन को संदेस लादि गोपिन पै लाये॥

    ऊधो पढ़ि-पढ़ि अब भये ग्यानी।

    नीति-अनीति सबै पहिचानी॥

    निर्गुन ध्यान तबहि तुम कहते।

    सवै समय व्रत दृढ़ करि गहते॥

    नैनन ते सरिता कत बहती।

    हरि बिछुरन की सूल सहती॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : अष्टछाप के कवि (पृष्ठ 109)
    • संपादक : हरगुलाल
    • रचनाकार : परमानंददास
    • प्रकाशन : प्रकाशन विभाग सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार
    • संस्करण : 2008
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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