है है उर्दू हाय
hai hai urduu haay। kahaa.n sidhaarii haay haay
भारतेंदु हरिश्चंद्र
Bharatendu Harishchandra
है है उर्दू हाय
hai hai urduu haay। kahaa.n sidhaarii haay haay
Bharatendu Harishchandra
भारतेंदु हरिश्चंद्र
और अधिकभारतेंदु हरिश्चंद्र
है है उर्दू हाय। कहां सिधारी हाय-हाय॥
मेरी प्यारी हाय हाय। मुंशी मुल्ला हाय-हाय॥
वल्ला बिल्ला हाय हाय। रोयें पीटैं हाय-हाय॥
टांग घसीटैं हाय हाय। सब छिन सोचैं हाय-हाय॥
डाढ़ी नोचैं हाय हाय। दुनिया उलटी हाय-हाय॥
रोजी बिजली हाय हाय। सब मुखतारी हाय-हाय॥
किसने मारी हाय हाय। खबर-नवीसी हाय-हाय॥
दांता-पीसी हाय हाय। एडिटर-पोशी हाय-हाय॥
बात-फरोशी हाय हाय। वह लस्सानी हाय-हाय॥
चरब-जुबानी हाय हाय। शोख-बयानी हाय-हाय॥
फिर नहिं आनी हाय-हाय॥
- पुस्तक : भारतेन्दु संचयन (पृष्ठ 85)
- संपादक : रामजी यादव
- रचनाकार : भारतेन्दु हरिश्चंद्र
- प्रकाशन : भारतीय पुस्तक परिषद्, नई दिल्ली
- संस्करण : 2011
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