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रचनाकार

कुल: 1694

सुपरिचित कवि, दार्शनिक और अनुवादक। बाल-साहित्य में भी उल्लेखनीय योगदान

विनोदिनी, प्रेरणा, पत्रदूतम् आदि कृतियों के रचनाकार।

सुपरिचित कवयित्री। 'मन को ठौर' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

चर्चित लेखिका एवं आलोचक।

नई पीढ़ी की लेखिका।

सुपरिचित कवयित्री, लेखिका और रेडियो कलाकार।

नई पीढ़ी की कवयित्री। पर्वतीय लोक-संवेदना और स्त्रीवादी सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

समादृत तेलुगु कवि-गीतकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी के कवि। असमय दिवंगत। एक कविता-संग्रह 'उम्मीद अब भी बाक़ी है' शीर्षक से मरणोपरांत प्रकाशित।

इस सदी में सामने आए चर्चित कवि-कहानीकार।

सुपरिचित असमिया कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

साठोत्तरी पीढ़ी के सुप्रसिद्ध गद्यकार। संपादक के रूप में उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।

नई पीढ़ी के कवि। लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

भक्तिकाल से संबद्ध ब्रजभाषा की कवयित्री। नीति-काव्य के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री। अनुवादक और शोध-कार्य में भी सक्रिय।

वास्तविक नाम पृथ्वीसिंह। प्रेम की विविध दशाओं और चेष्टाओं के वर्णन पर फ़ारसी शैली का प्रभाव। सरस दोहों के लिए स्मरणीय।

रसलीन

1689 - 1750

रीतिबद्ध कवि। दोहों में चमत्कार और उक्ति-वैचित्र्य के लिए स्मरणीय।

रसखान

1548 - 1628

कृष्ण-भक्त कवि। भावों की सरस अभिव्यक्ति के लिए ‘रस की खान’ कहे गए। सवैयों के लिए स्मरणीय।

वास्तविक नाम ‘बनी-ठनी’। कविता में शृंगार का पुट। नायिका-भेद के लिए स्मरणीय।

रीतिकाल के सरस-सहृदय आचार्य कवि। कविता की विषयवस्तु भक्ति और रीति। रीतिग्रंथ परंपरा में काव्य-दोषों के वर्णन के लिए समादृत नाम।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री और अनुवादक।

नई पीढ़ी की कवयित्री। अनुवाद-कार्य और संगीत से भी संबद्ध।

सुपरिचित लेखिका।

प्रगतिशील कथाकार। कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना, अनुवाद आदि गद्य विधाओं के साथ-साथ पद्य लेखन में भी प्रवीण। 'मुर्दों का टीला' ख्याति का मूल आधार।

राजस्थान के जाट परिवार में जन्म। संत चतुरदास की शिष्या और मीरा की समकालीन। पदों में भक्ति की सरल अभिव्यक्ति।

समादृत आलोचक। अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ के कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत राजस्थानी कवि-कहानीकार। ‘बारीक बात’ कहानी-संग्रह के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

'राम सतसई' के रचयिता। शृंगार की सरस उद्भावना और वाक् चातुर्य के कवि।

हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार। दलित और आदिवासी संवेदना के लिए उल्लेखनीय। ‘युद्धरत आम आदमी’ के संपादन के लिए भी चर्चित।

छायावादी कवि और गद्यकार। ग्रामगीतों के संकलन के लिए स्मरणीय।

समादृत गुजराती कवि-लेखक-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत कवि, एकांकीकार और आलोचक। पद्मभूषण से सम्मानित।

सुपरिचित कवि और कथाकार।

सुपरिचित कवि-गद्यकार। सिने-आलोचना से भी संबद्ध।

भक्त, कथावाचक और मानस-व्याख्याकार के रूप में प्रसिद्ध रीतिकालीन कवि। 'कवित्त रामायण' के रचनाकार।

छायावादी कवि और गद्यकार।

सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-कथाकार-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सातवें दशक के अल्पचर्चित-अलक्षित हिंदी कवि-लेखक।

सातवें दशक के प्रमुख कथाकार। 'कथन' के संस्थापक-संपादक।

सुपरिचित कवि।

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