रचनाकार
कुल: 1694
के.वी. रमणा रेड्डी
- जन्म : नेल्लोर
सुपरिचित तेलुगु कवि, समालोचक और साहित्येतिहासकार। 'वीरासम' से संबद्धता।
कुसुमाग्रज
मराठी के समादृत और अत्यंत लोकप्रिय कवि-नाटककार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
कुँवर वियोगी
सुपरिचित डोगरी कवि। 'घर' शीर्षक लंबी कविता के लिए उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुँवर नारायण
समादृत कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।
कुँअर बेचैन
- जन्म : मुरादाबाद
- निवास : ग़ाज़ियाबाद
लोकप्रिय गीतकार। काव्य की लगभग सभी विधाओं में सक्रिय।
कुंतला कुमारी साबत
- जन्म : जगदलपुर
सुपरिचित ओड़िया कवयित्री, सामाजिक कार्यकर्ता और चिकित्सक। रहस्यवादी कविताओं के लिए उल्लेखनीय।
कुंजबिहारी दास
सुपरिचित ओड़िया कवि-लेखक। आत्मकथा ‘मो कहाणी’ के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुंदुर्ति आंजनेयलू
- जन्म : गुंटूर
तेलुगु गद्य कविता के जनक के रूप में समादृत कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुमार कृष्ण शर्मा
- जन्म : जम्मू
सुपरिचित कवि। ‘लहू में लोहा’ शीर्षक से पहला कविता-संग्रह वर्ष 2022 में प्रकाशित।
कुमार अनुपम
सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार और साहित्य अकादेमी के युवा पुरस्कार से सम्मानित।
कुमार अम्बुज
हिंदी के सुपरिचित कवि-लेखक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
कुमार गंधर्व
रीतिकालीन कवि। साहित्य शास्त्र के प्रौढ़ निरूपण के लिए विख्यात।
कुलदीप कुमार
सुपरिचित कवि-पत्रकार। 'बिन जिया जीवन' शीर्षक से कविताओं की एक किताब प्रकाशित।
कुबेरनाथ राय
- जन्म : ग़ाज़ीपुर
आधुनिक युग के सुप्रसिद्ध ललित-निबंधकार। भारतीय सांस्कृतिक चिंतन में योगदान।
कुबेर दत्त
- जन्म : मुज़फ़्फ़रनगर
- निवास : दिल्ली
- निधन : दिल्ली
आठवें दशक के कवि। अनौपचारिक रूप से जन संस्कृति मंच से संबद्ध रहे।
कृषणचंद्र त्रिपाठी
‘पाइक कबी’ के रूप में प्रसिद्ध ओड़िया कवि-गीतकार।
कृष्णा सोबती
- जन्म : गुजरात
समादृत कहानीकार। साहित्य अकादेमी और भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।
कृष्ण मुरारी पहारिया
- जन्म : बाँदा
सन् 1950 से कविता सीखने-लिखने की शुरुआत। पहले ख़ुद को प्रगतिशील माना, फिर इस प्रकार के विशेषणों से मुक्त हुए। 'यह कैसी दुर्धर्ष चेतना' कविताओं की एकमात्र किताब।
कृष्ण कल्पित
- जन्म : फ़तेहपुर-शेखावाटी
- निवास : जयपुर
सुपरिचित कवि और गद्यकार। ‘एक शराबी की सूक्तियाँ’ के लिए लोकप्रिय।
कृष्ण बलदेव वैद
समादृत साहित्यकार। विलक्षण कथाकारिता और डायरी-लेखन के लोकप्रिय।
कृष्णचंद्र
- जन्म : कुचामन
रीतिकाल के नीतिकवि। हिंदी के पहले संबोधन काव्य के रचयिता। 'राजिया' को संबोधित सोरठों के लिए समादृत।
कोत्तमंगलम सुब्बु
- जन्म : शिवगंगा
सुप्रसिद्ध तमिल कवि-गीतकार, लेखक और फ़िल्म निर्देशक। पद्म श्री से सम्मानित।
कीर्ति चौधरी
अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तीसरा सप्तक’ की कवयित्री। प्रसिद्ध साहित्यकार अजित कुमार की बहन।