Font by Mehr Nastaliq Web

फ़ैज़ाबाद के रचनाकार

कुल: 23

यशपाल

1903 - 1976

समादृत कथाकार-उपन्यासकार। भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम के प्रसिद्ध क्रांतिकारी। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।

सुप्रसिद्ध कवयित्री। 'झाँसी की रानी' कविता के लिए स्मरणीय।

निर्गुण संत। जनश्रुतियों में कबीर के अवतार। हार्दिक सच्चाई और अंतःसाधना के अत्यंत सरस वर्णन के लिए स्मरणीय।

रीतिकालीन कवि और अनुवादक। कलाकुशल और साहित्यमर्मज्ञ। चमत्कारिता के लिए प्रसिद्ध।

गोस्वामी वल्लभदास के शिष्य। पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के अष्टछाप कवियों में से एक। माधुर्य भाव की भक्ति के लिए स्मरणीय कवि और गायक।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक।

'सखी संप्रदाय' के उपासक। सांप्रदायिक नाम 'प्रेमसखी'। कोमल और ललित पद-विन्यास, संयत अनुप्रास और स्निग्ध सरल भाषिक प्रवाह के लिए स्मरणीय कवि।

रीतिकाल के अंतिम वर्षों में सक्रिय कवयित्री। भक्ति, नीति और शृंगार कविता के वर्ण्य-विषय।

नई पीढ़ी की लेखिका।

स्वतंत्रता-बाद के सुपरिचित व्यंग्यकार, हास्य-नाटककार और कवि। संगीत और कला-लेखन में भी योगदान।

नवगीत काव्यधारा के प्रमुख कवियों में से एक युयुत्सावादी कवि। क्रांतिकारी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-आलोचक। ‘पृथ्वी पर एक जगह’ शीर्षक कविता-संग्रह उल्लेखनीय।

'साहिब पंथ' से संबंधित संत कवि।

‘पीली रोशनी से भरा काग़ज़’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। जनवादी लेखक संघ से जुड़ाव।

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

मधुरोपासक रामभक्त कवि। काव्य-सौष्ठव, प्रबंध-पटुता और शैलियों की विविधता के लिए ख्यात।

रीतिकालीन अलक्षित कवि। कविता सामान्य, शब्द-लाघव और परिपाटी निर्वाह के लिए उल्लेखनीय।

दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय कवि-कथाकार।

सुपरिचित कवि-लेखक।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

नवें दशक के प्रमुख कवि। भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए