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चौक में चटक चाँदनी में चारु सेज सारु

chauk mein chatak chandni mein charu sej saru

नंदराम

नंदराम

चौक में चटक चाँदनी में चारु सेज सारु

नंदराम

और अधिकनंदराम

    चौक में चटक चाँदनी में चारु सेज सारु,

    नारन के ऊपर सेवारन बिछाय दे।

    चंदन की चहल चमेली के अतर घोरि,

    घने घन सारन चहूँधा छिरकाय दे॥

    कहै नंदराम तैसे बोरि कै सुगंधन सों,

    हौरे-हौरे बेगि बेश बीजना डोलया दे।

    गहगहे गहब गुलाबन के गुंज गुहि,

    गजरा गरे गरु गुलाब गलकाय दे॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : षट्ऋतु हज़ारा (पृष्ठ 122)
    • संपादक : परमानंद सुहा
    • रचनाकार : नंदराम
    • प्रकाशन : नवलकिशोर प्रेस
    • संस्करण : 1894

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