षोडश हज़ार बाल षोडश शृंगार साजि
shaoDash hazar baal shaoDash shringar saji
षोडश हज़ार बाल षोडश शृंगार साजि,
षोडश बरष बैस मुदित बिहार है।
बाहुन सों बाहु जोरि मोरि अंगन सों कीन्हों,
महा मंडल अखंडल अपार है॥
कहै नंदराम तैसे तार औ सितार मिलि,
चूरी खनकार स्वर पंचम उचार है।
भूतल दिशान बिदिसान आसमानहू लौं,
छम-छम छाई घुंघुरू की झऩकार है॥
- पुस्तक : षट्ऋतु हज़ारा (पृष्ठ 268)
- संपादक : परमानंद सुहा
- रचनाकार : नंदराम
- प्रकाशन : नवलकिशोर प्रेस
- संस्करण : 1894
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