प्रनव प्रसिध्ध आदिमंगल महोदधि सो
prnaw prsidhdh adimangal mahodadhi so
ठाकुर बुंदेलखंडी
Thakur Bundelkhandi
प्रनव प्रसिध्ध आदिमंगल महोदधि सो
prnaw prsidhdh adimangal mahodadhi so
Thakur Bundelkhandi
ठाकुर बुंदेलखंडी
और अधिकठाकुर बुंदेलखंडी
प्रनव प्रसिध्ध आदिमंगल महोदधि सो,
जोई उर ध्यावै तासु बेस रखवारो है।
बुध्धि को भँडार अवतार करतार हू को,
बिद्या को सिंगार सदा सुख देनवारो है।
‘ठाकुर' कहत महा छलियान छलिबे कों,
दुख्ख दल दलिबे कों दिग्गज दँतारो है।
संभु को दुलारो गिरिजा को प्रान प्यारो सदा—
टेढ़ी सूंड़वारो सोई साहेब हमारो है॥
- पुस्तक : रीतिमुक्त कवि : नया परिदृश्य (पृष्ठ 145)
- संपादक : रामफेर त्रिपाठी
- रचनाकार : ठाकुर बुंदेलखंडी
- प्रकाशन : मधु प्रकाशन, इलाहाबाद
- संस्करण : 1982
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