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अंत समै नीकैं करि बिचारै तें जान्यौ जात

ant samai nikain kari bicharai ten janyau jat

जसवंत सिंह

जसवंत सिंह

अंत समै नीकैं करि बिचारै तें जान्यौ जात

जसवंत सिंह

और अधिकजसवंत सिंह

    अंत समै नीकैं करि बिचारै तें जान्यौ जात,

    केवल प्रतछ प्रान बाय कौ आधार है।

    देखियत साँस फुनि नारी हूँ जौ देखियत,

    देखियत साँस ही सौं आय कौ बिचार है।

    सीतलता उष्नता प्रकार और केतिक जे,

    देखियत तिनहूँ मैं प्रान कौ बिहार है।

    देह माँहि जीव कहौ कौन बिधि कह्यौ जाइ,

    जीव के बियोग कौ तौ एकौ प्रकार है॥

    स्रोत :
    • पुस्तक : जसवंतसिंह ग्रंथावली (पृष्ठ 138)
    • संपादक : विश्वनाथप्रसाद मिश्र
    • रचनाकार : जसवंत सिंह
    • प्रकाशन : नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणसी
    • संस्करण : 1972
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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