Font by Mehr Nastaliq Web

यह समय

ye samay

स्वाति मेलकानी

और अधिकस्वाति मेलकानी

     

    एक

    यह समय
    जो चल रहा है
    धमनियों में रक्त
    अब बहता नहीं है एक गति से

    अनियंत्रित होकर
    टकराता है दीवारों से
    फटने को तैयार
    फूली हुई शिराएँ
    झाँकती हैं
    चमड़ी से बाहर

    धूप तेज़ है
    निकलने से पहले ही
    सूख जाता है पसीना 

    बचे-खुचे पेड़
    अब छाया नहीं देते
    वे तो बस
    एक मज़बूत खूँटी हैं
    क़र्ज़ में डूबे
    किसानों के 
    गले की फाँस बनने को

    इस समय में
    भूख है, प्यास है, सूखा है...

    इस समय में
    बाढ़ है, भीड़ है, बातें हैं...

    अल्ज़ाइमर और अवसाद से घिरा
    यह समय
    ओबेसिटी और कुपोषण
    साथ-साथ झेलता है 

    ‘कैलोरी बर्न’ करने को
    ‘ट्रेड मिल’ में चलता है
    अंत्योदय कार्ड लिए
    धूप में पिघलता है

    यह समय
    गूँगों के आगे अकड़ता है

    बदन को मिट्टी छुए
    तो झगड़ता है
    चाँद के सपनों पे जाकर
    अटकता है
    टपकते नल के ऊपर
    झपटता है

    यह समय
    अपनी ही ज़मीन पर
    झूलता हिलता मटकता
    लटकता है
    यह समय
    अपने ही घर में भटकता है

    अब गिरा
    वह तब गिरा
    ठोकर लगी
    फिर बच गया

    डग-मग
    डग-मग
    गड-मड
    गड-मड

    दो 

    वर्षों बीत जाते हैं
    पर
    कुछ है
    जो नहीं बीतता 

    किसी घटना का 
    घटना भर ही 
    उसके घट जाने का 
    प्रमाण नहीं

    प्रमाण के लिए
    आवश्यक है
    उसका जुड़ना
    समय के पंचांग में

    यह समय ही
    होने से अधिक
    दिखने का है

    स्रोत :
    • रचनाकार : स्वाति मेलकानी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

    संबंधित विषय

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY

    जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

    टिकट ख़रीदिए