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यह कोई वीरगाथा नहीं

ye koi wiragatha nahin

सवाई सिंह शेखावत

सवाई सिंह शेखावत

यह कोई वीरगाथा नहीं

सवाई सिंह शेखावत

और अधिकसवाई सिंह शेखावत

    जानता हूँ यह कोई वीरगाथा नहीं है

    कितने लोग जो बदल नहीं पाए दुनिया को

    और जीत पाए घटनाओं भरी तवारीख़ में

    भूख, प्यास और चुप्पी भरी ज़िल्लतों के बीच

    मामूली ज़िंदगी जीते हुए लड़े हारे और बच रहे

    चमकते शानदार हैं यह शहादत ये शौर्य पदक

    लेकिन कुछ लोग रोज़ गुमनाम शहीद होते हैं

    शोक विलाप गुणगान कोई वीरगाथा

    धैर्यपूर्वक जीवन के ज़रूरी काम करते हुए वे जीते मरते हैं

    ऐश्वर्य से छिन्न-भिन्न दुनिया के ज़ख़्मों को भरते हैं।

    स्रोत :
    • रचनाकार : सवाई सिंह शेखावत
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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