ये कवि हैं और कविताएँ भी लिखते हैं
ye kawi hain aur kawitayen bhi likhte hain
अविनाश मिश्र
Avinash Mishra
ये कवि हैं और कविताएँ भी लिखते हैं
ye kawi hain aur kawitayen bhi likhte hain
Avinash Mishra
अविनाश मिश्र
और अधिकअविनाश मिश्र
कवियों को अब कविताएँ कम कर देनी चाहिए
इस तथ्य से परिचित होते हुए भी
कि वे अब भी बहुत कम हैं
और समय व भाषाओं के वर्तमान में
उनकी प्रासंगिकता पर निरंतर विमर्श बना रहता है
मैं इस तरह सोचा करता हूँ कि
एक कविता पर्याप्त होगी एक कवि के लिए
और कभी-कभी कई कवियों के लिए
एक कविता भी बहुत अधिक होगी
मानवीयता के असंख्य नुमाइंदों
और उनकी कल्पनातीत नृशंसताओं के विरुद्ध
मैं इस तरह... इस तरह सोचा करता हूँ कि...
- रचनाकार : अविनाश मिश्र
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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