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वह नदी और वह जंगल मैंने नहीं देखा है

wo nadi aur wo jangal mainne nahin dekha hai

सोमप्रभ

सोमप्रभ

वह नदी और वह जंगल मैंने नहीं देखा है

सोमप्रभ

और अधिकसोमप्रभ

    उन दिनों जब हम इस शहर के

    बाशिंदे बने

    तो माँ ने बताया

    पहले यहाँ जंगल था

    और

    ‘कुवानो’ जंगल के गहरे हरेपन-सी

    थोड़ी गहरी नदी थी

    कई बरस हुए इस शहर में रहते आए

    यह सुनते हुए उसके बाद

    कई-कई बार

    कई-कई लोगों से

    जब यहाँ जंगल थे

    जब एक नदी थोड़ी गहरी थी।

    स्रोत :
    • रचनाकार : सोमप्रभ
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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