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29वीं वर्षगाँठ पर

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विपिन कुमार अग्रवाल

विपिन कुमार अग्रवाल

29वीं वर्षगाँठ पर

विपिन कुमार अग्रवाल

और अधिकविपिन कुमार अग्रवाल

    मैं किसी को अपना दुश्मन नहीं मानता

    हर राह चलते को गले लगाकर उससे

    घंटों बात करने में विश्वास करता हूँ

    हर चेहरा, जो मैंने देखा है एक बार

    मुझे याद है, अभिनेत्रियों तक से प्यार करता हूँ

    मैं अपने तमाम पैसे रोज़ मज़दूरी करने वालों को

    अपनी बहूमूल्य पुस्तकें इम्तहान में बैठने वालों को

    बाँट देने के लिए सदा तैयार हूँ

    पर कहाँ से और किससे आरंभ करूँ

    कैसे बात छेड़ूँ कि कोई बुरा मान जाए

    मेरे एकाकीपन की लंबी अवधि में पता नहीं

    दो आदमियों के बीच की तहज़ीब

    बदल गई है कितनी!

    स्रोत :
    • पुस्तक : नंगे पैर (पृष्ठ 25)
    • रचनाकार : विपिन कुमार अग्रवाल
    • प्रकाशन : लोकभारती प्रकाशन
    • संस्करण : 1970

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