मैं इन ठंडी किताबों में क्या कर रहा हूँ
main in thanDi kitabon mein kya kar raha hoon
केशव तिवारी
Keshav Tiwari
मैं इन ठंडी किताबों में क्या कर रहा हूँ
main in thanDi kitabon mein kya kar raha hoon
Keshav Tiwari
केशव तिवारी
और अधिककेशव तिवारी
अगर मुझे बाज़ की उड़ान पसंद है,
तब मुझे अपने
पठारी मैदानों में होना चाहिए।
मैं इस तंग कॉफ़ी हाउस में क्या कर रहा हूँ?
अगर मैंने पिछली सर्दी में आलू बोना सीखा है
तब मुझे इस ठंडी में
अपने खेत और क्यारियों को तैयार करना था।
मैं इन ठंडी किताबों में क्या कर रहा हूँ?
अगर मैंने अभी हाल में कविता लिखना सीखा है
तब मुझे सबसे पहले अपने गाँव के
उस अलमस्त गड़रिए को सुनना चाहिए था।
मैं इन वातानुकूलित सभागारों में क्या कर रहा हूँ?
मुझे वहाँ होना चाहिए
जहाँ नए मकान बनाने के
बुनियादी प्रयत्न किए जा रहे हैं।
इन हवाई क़िलों में मेरा दम घुटता है।
- रचनाकार : केशव तिवारी
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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