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सरकारौ का हम काउ कही

sarkarau ka hum kau kahi

अनुज नागेंद्र

अनुज नागेंद्र

सरकारौ का हम काउ कही

अनुज नागेंद्र

और अधिकअनुज नागेंद्र

    सरकारौ का हम काउ कही संकट मा साथे खड़ी अहै।

    मुल सब एक साथे उफरि परें, सबका घर के हड़बड़ी अहै।

    कुल जगह-जगह बस पठइ रही, कुल खाना पानी भेजत बा।

    केहु मरइ पावइ रस्ता मा, मुखिया बात सहेजत बा।

    जे दाता-धरमी अहैं हियाँ, हर संभव दानौ देत अहैं।

    मौके पै साथे खड़ौ अहैं, सबका सम्मानौ देत अहैं।

    कुल खड़ा डॉक्टर दरे-दरे, कुल पुलिस, सफाईकरमी कुल।

    सब अच्छै-अच्छा करत अहैं, जनसेवक-नेमी-धरमी कुल।

    हीलत-काँपत घर पहुँचि गए, अब खुसी 'अनुज' भरपूर अही।

    भइया हम तौ मजदूर अही।

    स्रोत :
    • रचनाकार : अनुज नागेंद्र
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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