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क़लमकार

qalmakar

मदनलाल डागा

मदनलाल डागा

क़लमकार

मदनलाल डागा

और अधिकमदनलाल डागा

    मैं किसी का मुंशी

    या स्टेनोग्राफ़र नहीं हूँ

    कि कोई मुझसे

    जो चाहे लिखवा ले!

    अपनी मर्ज़ी का मालिक

    क़लमकार हूँ मैं!

    शोषित जो लिखवा ले

    तैयार हूँ मैं!

    करना दर्द को लिपिबद्ध

    फ़र्ज़ मानता हूँ मैं

    आशुलिपि नहीं तो क्या

    अश्रु-लिपि जानता हूँ मैं!

    स्रोत :
    • पुस्तक : आँसू का अनुवाद (पृष्ठ 16)
    • रचनाकार : मदनलाल डागा
    • प्रकाशन : संगम प्रकाशन
    • संस्करण : 1973

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