प्रेमपत्र बचाने के शब्द-व्यापारी
prempatr bachane ke shabd wyapari
वह घोषित रूप से
प्रेम पत्र बचाने के एजेंडे पर है
प्रेम पत्र बचाना जबकि
उसका ध्येय हो नहीं सकता क़तई
उसके पुरखों ने कब की है
प्रेम पत्र की रखवारी
कब बचाया है प्रेम
प्रेम पत्र से उसने
कब रखा है प्रेम का वास्ता
उधार खाते के प्रेम पर
अक्षत प्रेमपत्र सिरजन संभव है क्या
बोल बोल
अरे दिल खोल बोल
दिल के अपने कपट-कपाट
खोल बोल
ऐ प्रेमपत्र बचाने के शब्द-व्यापारी?
प्रेम को जो खाते आया है
प्रेम को जो घटाते आया है
प्रेम की जगह जो
जात का ऊँच नीच बनाते-बढ़ाते आया है
वह क्या बचाएगा प्रेमपत्र!
वह बचाएगा क्या प्रेमपत्र?
वह कैसे बचाएगा प्रेमपत्र?
वह क्यों बचाएगा प्रेमपत्र?
- रचनाकार : मुसाफ़िर बैठा
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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