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पत्नी होने की अनिवार्य शर्त

patni hone ki aniwary shart

सदानंद शाही

सदानंद शाही

पत्नी होने की अनिवार्य शर्त

सदानंद शाही

और अधिकसदानंद शाही

    वे पत्नी हैं

    एक उच्चकुलीन घर की बेटी

    निख़ालिस कन्नौजिया

    उत्तर प्रदेश के एक बड़े शहर के

    बड़े कॉलेज में पढ़ाती हैं

    पत्नी होने के लिए

    एक अदद पति का होना आवश्यक है

    खट्टू हो या निखट्टू

    इसलिए एक पति पाला

    उच्च कुल का पुरुष

    कुल ही उसकी योग्यता

    कुल ही उसकी ट्रेनिंग

    उसे

    रोज़ी-रोटी के लिए

    और कुछ करने की ज़रूरत ही नहीं थी

    अत्यंत कुलीन

    कुल का होने के बावजूद

    उसने उदारतापूर्वक

    बीवी को नौकरी करने की इजाज़त दे रखी थी

    यही क्या कम था

    वैसे तो उसने

    और भी बहुत सारे काम अपने हाथ में ले रखे थे

    जैसे बीवी का बैंक एकाउंट

    पैसे का हिसाब-किताब

    ख़रीद-फ़रोख़्त

    और सबसे बढ़कर

    बीवी की निगरानी

    जिसे वह पूरी मुश्तैदी से करता था

    वह कब किससे मिलीं

    मिलीं तो क्यों

    जैसी पूछताछ के साथ

    गाली-गलौज

    मारपीट

    सब शामिल

    उसने कार ख़रीदवाई

    अपने नाम से

    घर ख़रीदा

    अपने नाम से

    तर्क यह कि

    तुम कहाँ कोर्ट-कचहरी जाओगी

    एक अदद पति को बनाए

    और बचाए रखने के लिए

    उसने सब किया

    सब सहा

    लेकिन सब व्यर्थ

    बीवी के पैसे से ख़रीदे गए घर में

    दूसरी औरत ले आया

    अब बीवी एक कोने में रहती है

    और सब कुछ सहती है

    जैसा भी हो

    पति है

    पत्नी होने की अनिवार्य शर्त।

    स्रोत :
    • रचनाकार : सदानंद शाही
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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