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निरुक्त

nirukt

अनुवाद : हनुमच्छास्त्री अयाचित

मेरे दिल की थाह में सहज माधुर्य की

क्षीर-स्रोतस्विनियों ने उत्पन्न हो, मुझे एक महोदधि-सा

बना दिया।

फलतः शरीर की परिधि में निबद्ध मेरा रूप

रसाकृति में परिवर्तित हुआ

और मेरा शरीर हृदय में, और हृदय रसानुभूति में परिणत हुए।

किसी पूर्वजन्म के कर्म बंधनों ने

जाने देहबंधित गुणांभोवाह के विभिन्न रूपों की कल्पना मुझमें

की होगी।

नहीं तो यह मेरा शरीर क्यों इतना द्रवशील होवे

और हृदय अपाप्राण क्यों हो रहे?

मेरे हृदय की मधुरिमाएँ मुझे मुग्ध बना रही हैं,

जो रस जगत् के विशाल परिमाण हो,

मन के ऊँचे स्तर के लिए नित्य नवीन परिधान हो शोभा दे

रही हैं।

ये निःसंदेह रस राजधानी की रेखाएँ हैं,

जो सुंदर-सुंदर परिखाओं की भाँति विशिष्ट मार्गों में इसे

घेरे हुए हैं।

इस मनोगमन की धवल रेखाएँ अधिगत हुई हैं

जो वाग्देवी के प्रशस्त प्रमाण-परिवर्तन है,

प्रसन्न कविता के मृदुल किशोर है,

आत्म-वैभव में नवीन रहस्यपूर्ण धर्म है

और हैं मधुर महानुभूति के सब्रह्मचारी

हृदय की ऐसी धवल रेखाओं की जय हो।

ये रस-ध्वनियाँ मुग्ध चंद्रिकाओं की मलाइयाँ हैं

ये भाव और कल्पनाएँ पुष्प-गुच्छों की भाँति नवीन कुसुमों

के द्वारा नूतन सौरभ महका रही हैं

जो कारण अभिव्यक्ति के परे होकर हृदय में परिव्याप्त है,

वह प्रसिद्ध जयशील मधुरिमा की साधन-हेतु बने।

स्रोत :
  • पुस्तक : भारतीय कविता 1954-55 (पृष्ठ 415)
  • रचनाकार : रामलिंगेश्वरावु तुम्म्लपल्लि
  • प्रकाशन : साहित्य अकादेमी
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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